नागरिकहुनके न्यायमे सहज पहुँच नैहुइल

पहुरा डटकम । २०८० चैत १० गते

धनगढी । न्यायिक क्षेत्रमे नागरिकहुकनके सहज पहँुच नइरहल एक कार्यक्रममे सहभागीहुक्रे बटैले बटै । इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयके आयोजनामे शुकके रोज धनगढीमे हुइल ‘नागरिकहुकनके न्यायमे सहज पहुँचके लाग न्यायिक ओ गैरन्यायिक निकायके जिम्मेवारी, भूमिका विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे ओसिन बताइल रहिट ।

कार्यक्रममे सहजीकरण करटी इन्सेक प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी नागरिकहुनके न्यायमे सहज पहुँच नइहुइलपाछे न्यायिक तथा गैर न्यायिक क्षेत्र प्रति जनविश्वास गुम्टी गैल बटैलै ।

उहाँ कहलै, पीडितहुक्रे न्याय पैना आशमे न्यायिक तथा गैर न्यायिक संस्थामे निवेदन÷उजरी दर्ता करलेसेफे फैसला तथा सुनुवाई ढिला हु्इल बटैलै ।

मानव अधिकार रक्षक संजल सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक गाोविन्द देवकोटा पीडितहुक्रे स्थानीय तहमे रहल न्यायिक समितिमे निवेदन दर्ता करल मने समयमे सुनुवाई नइहुइल बटैलै ।

गैर सरकारी संस्था महासंघके सुदूरपश्चिम प्रदेश सचिव लोकमान धामी पहाडी क्षेत्रके स्थानीय तहमे रहल न्यायिक समितिमे उजुरी करे अइना कर्रा रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘भौगोलिक विकतताके कारण खर्चिलो हुइल कारण पीडितहुक्रे समय ओ आर्थिक ढेर खर्च करे पर्ना ओरसे निवेदन दर्ता न्यून रहल बा ।’

ओरेक नेपालके जिल्ला संयोजक गीता चौधरी प्रत्येक स्थानीय तहमे लैङिक हिंसा निवारण कोष स्थापना करके आर्थिक अवस्था कम्जोर रहल पीडितहे सहयोग कैना प्रवधान रहल मने कार्यविधि नइबनल बटैली । उहाँ कहली, ‘संघीय सरकारसे प्रत्येक स्थानीय तहमे लैङिक हिंसा निवारण कोष स्थापना करेक एक लाख रुप्या पठैना मने ओकर कार्यान्वयन हुइल नइहो ।’ ढेर जैसिन पालिकासे भ्रमण ओ नारी दिवस मनैनामे खर्च करल उहाँ बटैली ।

इन्सेकके प्रलेख अधिकृत अभिनफे लुकछिपी बहुविवाहके घटना बह्रल मने कार्वाही नइहुइल बटैलै । जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीके महिला तथा वालबालिका शाखा प्रमुख सरस्वती अधिकारी अपन शाखामे आइल उजुरीउप्पर अपने कौनो भेदभाव नइकरके छानविन करल बटैली । उहाँ कहली, ‘कबु–कबु कौनो घटनाके अनुसन्धान हुइटी रहल बेला पीडक÷पीडितके आफन्तसे अनावश्यक दवाब डेहलबेला काम कैना कर्रा रहठ ।’

कार्यक्रममे अधिवक्ता पुष्प विक्रम शाही ‘नागरिकहुकनके न्यायमे सहज पहुँचके लाग न्यायिक ओ गैरन्यायिक निकायके जिम्मेवारी, भूमिका विषयक कार्यपत्र ओ कानूनबारे प्रस्तुत राखल रहिट ।

उहाँ न्याय डेहेबेर निश्पक्षता, जवाफदेहिता ओ पारदर्शिता, स्वतन्त्रता ओ स्वायतता, मानव अधिकार ससम्मान, समानता ओ न्याय, सहज पहुँच, न्याय प्रणाली सुदृढीकरण हुइना बटैले रहिट । कानूनके प्रकारबारे जानकारी डेटी बनोटके आधारमे सारवान कानून ओ कार्यविधि कानून रहल ओस्टेक प्रकृतिके आधारमे फौजदारी कानून ओ देवानी कानून रहल बटैलै । उजुरी देना निकाय प्रहरी कार्यालय, सरकारी वकिल कार्यालय, अदालत, मानव अधिकार आयोग, राष्ट्रिय महिला आयोग, स्थानीय तह, जिल्ला प्रशासन लगायत रहल बटैलै ।

उहाँ सरोकारवालाके भूमिकामे सचेतिकरण, कानूनी शिक्षाके प्रचार प्रसार, सरल ओ सहज न्यायके लाग सहजीकरण, सरोकारवाला विच समन्वय, मुस्कानसहितके न्यायिक सेवा, निशुल्क कानूनी सेवाके प्रभावकारिता, दोभाषे प्रयोग हुइना जरुरी रहल बटैलै ।

ओस्टेक कार्यक्रममे न्यायिक समितिके ओरसे पुर्नवास नगरपालिकाके न्यायिक समिति संयोजक भुलिया राना पीडितहुकनके उजरीबारे छलफल करैना बेला पीडक नइआके छलफल करैना गाह्रो हुइल बटैली । उहाँ कहली, ‘जौन पालिकामे नगर प्रहरीके व्यवस्था ओइने प्रयोग करल मने अपनेहुक्रे सम्बन्धित प्रहरी कार्यालयहे आग्रह करटी बाटी । प्रहरीमार्फत पक्राउ करके नन्ना अधिकार प्रदान करल नइहो पत्र काटके फोन करके बोलेना करजाइठ । पीडकहुक्रे आटेर हुडेना फोन नइउठैना कारण पीडितहे समयमे न्याय देहे सेकना अवस्था नइहो ।’

अपनेहुक्रे गुनासो सुनुवाईके लाग टोल फ्री नम्बरके व्यवस्था करल, समुदायस्तरमे छलफल कराईलफे उहाँ बटैली ।
कृष्णापुर नगरपालिकाके न्यायिक समिति संयोजक द्रोपती राना अपनेक्रे न्यायिक निकायके कुर्सिमे बैठलपाछे कुहीहे काखापाखा नइकरके निश्पक्ष न्याय डेना प्रयास करल बटैली । आर्थिक अवस्था कम्जोर पीडितहे जिल्ला या बाहेर न्यायके लाग जाई परलबेला पालिकासे सहयोग करल, सेभ हाउसमे धारल बटैली । न्यायिक समितिमे लेनदेनके निवेदन दर्ता हृुइलबेला प्रहरीके सहयोग लेके पीडकहे बोलाके छलफल कराइल बटैली ।

गोदावरी नगरपालिकाके न्यायिक समिति संयोजक शारदा देवी रोकाय पीडितहे कानूनबारे पत्ता नइहुइल कारण उजुरी दर्तामे समस्या आइल बटैली । गोदावरीके न्यायिक समितिके उजुरीके ओटरा चाप नइरहल बटैटी आइल निवेदन उप्पर समयमे छलफल करैना करल बटैली ।

लालझाडी गाउँपालिकाके न्यायिक समिति संयोजक सपना चौधरीराना अपनेहुक्रे मानव अधिकार संजालहे सहयोग करटी आइल बटैली । मानव अधिकार उलंघनके घटना न्यूनिकरण कैना संजालसे सहकार्य करल बटैली ।

गौरीगंगा नगरपालिकाके न्यायिक समिति संयोजक भोजबहादुर बम न्यायिक समितिहे सक्कु मेरिक ज्ञान नइरहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘संयोजकहे न्याय हेर्ना ओ विकासे गतिविधिके अनुगमन कैना जिम्मेवारी डेहल ओरसे कबु–कबु उहे फस्ना अवस्था आइठ ।’

कैलारी गाउँपालिकाके न्यायिक समिति सदस्य हरिद्वारी चौधरी गाउँघरमे महिलाहुक्रे अभिनफे हिंसा सहके बैठल अवस्था रहल बटैली । उहाँ कहली, ‘महिलाहुक्रे अपन गोसिया वा घर परिवारसे हिंसामे परठै मने पारिवारीक समाजके दवावके कारण न्यायिक समितिमे उजुरी करे नइअइना प्रवृति बा ।’ कार्यक्रम टमान स्थानीय तहके जनप्रतिनिधि, सरोकारवाला निकाय, सुरक्षाकर्मीहुकनके सहभागिता रहल रहे ।

Source: https://pahura.com/2024/03/35117/?fbclid=IwAR2wFCP_H-SS82bL_dwsr2bkBo6Yh3nag7C7BCtL3LatDyIcmSuCfWpYmNU_aem_AXvJeqwXj6IBby9-Lu1D7cgO9uNkNl0jqk1qVKBM0b0GLQRjvRmCBp9aIy09h6Z0qT01ATIP7HJO0NqI-_UZnjeO

Source: https://dhangadhikhabar.com/news/69797