फिरुलालहे ‘प्रकाश मानवाधिकार पुरस्कार’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ सावन ।
सामाजिक अभियन्ता तथा मानव अधिकारकर्मी फिरुलाल चौधरी ‘प्रकाश मानव अधिकार पुरस्कार’ पैले बटै । २९ औं प्रकाश स्मृति दिवस तथा २७ औं प्रकास मानव अधिकार पुरस्कार २०७७ प्रदान समारोहके अवसरमे शनिच्चरके रोज धनगढीमे आयोजित एक कार्यक्रममे उहाँहे ‘प्रकाश मानव अधिकार पुरस्कार’से पुरस्कृत करल हो । अनौपचारिक सेवा केन्द्र (इन्सेक) से शोषण, विपन्नता, विभेद मुक्त समाज निर्माणके अभियानमे तीन दशकसे क्रियाशील रहटी फिरुलालहे ‘२७ औँ प्रकाश मानव अधिकार पुरस्कार’ बाट सम्मानित करल हो । कार्यक्रमके वडका रहल सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट उहाँहे नगद ५० हजार, सम्मानपत्र, इन्सेकके लोगोसहित दोसल्ला ओढाके सम्मान करल रहिट ।  नेपालके मानव अधिकार, राजनीति, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सामाजिक लगायतके क्षेत्रमे विशिष्ट योगदान करल व्यक्तित्वहे ‘प्रकाश स्मृति दिवस’के अवसर पारके पुरस्कृत कैना करल बा । यी आघे २६ जाने उ पुरस्कारसे सम्मानित हुसेकल इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी जनैलै । इन्सेकके महासचिव रुद्रबहादुर चर्मकारके संयोजकत्वमे गठन हुइल तीन सदस्यीय पुरस्कार छनोट समितिसे सावन ४ गते कैलालीके जानकी गाउँपालिका बैठना फिरूलाल चौधरीहे पुरस्कार डेना सिफारिस करल रहे । इन्सेकसे इन्सेकके संस्थापक महासचिव प्रकाश काफ्लेके २०४९ सावन १६ गते नुवाकोटके घोप्टेभिरमे थाई एयर दुर्घटनामे निधन हुइलपाछे उ पुरस्कार स्थापना करल रहे । नेपालके मानव अधिकार ओ सामाजिक न्यायके अभियानमे स्वर्गीय काफ्लेसे पुगाइल योगदानके स्मरणहे चीरस्थायी बनैना उद्देश्यसे इन्सेकसे ‘प्रकाश मानव अधिकार पुरस्कार’के स्थापना करल इन्सेक अध्यक्ष इन्दिरा श्रेष्ठ बटैली । २९ औं प्रकाश स्मृति दिवस तथा २७ औं प्रकास मानव अधिकार पुरस्कार २०७७ प्रदान समारोह कार्यक्रमके विशिष्ट पहुनामे सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्री पूर्णा जोशी, सामाजिक विकास मन्त्री लालबहादुर खडका, इन्सेकके संस्थापक अध्यक्ष सुशील प्याकुरेल रहल रहिट । पुरस्कार छनौट प्रक्रियाके बारेबेर इन्सेकके महासचिव रुद्रबहादुर चर्मकार जानकारी डेहल रहिट कलेसे कार्यकारी निर्देशक विजयराज गौतम स्वागत मन्तव्य व्यक्त करल रहिट ।

के हुइट फिरुलाल चौधरी

कमैया परिवारमे जन्मल फिरुलाल चौधरी साविक गाउँ पञ्चायत जानकीनगरके वडा नम्बर ५ खर्गौलीमे ६÷७ बर्षके उमेरमे फिरुलाल चौधरी जमिन्दार भीष्ममर्दन शाहके घरेम बार्षिक एक जोड कपरामे छेगराहुवा बन्के काम करल रहिट । उहाँ कहलै, एक बरसपाछे कमैयाहुक्रे मालिक फेरे पर्ना हुइल ओरसे मोर घर परिवार, डाई बाबा,पथरैया गाविस–५ खैरीपुरमे बसाई सराई करलपाछे बाबा कमैया लागल मालिकके घर २ बरस भैसरुवा बन्के काम करनु । उहाँक बाबा चार डाडुभैया रहिन, चारु जाने अलग किसान ओ मालिकके घर कमैया बैठके काम करिट, घर परिवारके ऋण टमान मालिकसंग रु ६० हजार सौकी हुसेकल रहे । ‘छेगराहुवा, भैसरुवाके काम पाछे फिरुलाल मामक घरके काममे सहयोग करलै ओ पढाई सुरुवाट करलै, पाछे अपने घरसे टमान काम, मजदुरी करटी पढाई खर्च जुटाके पह्रे लग्लै । टमान कठिनाईके विच एसएलसीसम्मके अध्ययन पुरा करल कारण गाउँमे संचालित पौढ शिक्षाके शिक्षक हुइल रहिट । २०४८ सालमे इन्सेकसे संचालन करल कमैया सर्वेक्षणमे सहयोगीके भमिका निर्वाह करेबेर होए वा कमैया मुक्ती आन्दोलनक लाग संचालन संघर्षरत रहेबेर जमिन्दार ओ मालिकसे डेहल धम्की तथा दुव्र्यवहार उहाँ ढेर चो सहे परल । सशस्त्र द्वन्दके समयमे सर्वसाधारणके जीवन रक्षाके लाग क्रियाशिल रहल साथे २०६२ सालसे नागरिक समाज टीकापुरके संयोजक हुके २०६२/२०६३ के जनआन्दोलनके क्रममे सामाजिक सदभाव, शान्ति ओ मानव अधिकारके पक्षमे फिरुलालके अनुकरणीय भूमिका निर्वाह करल रहिट । सेवा नै धर्म हो कना भावनाके साथ फिरुलाल मानव अधिकार संरक्षण तथा सम्बद्र्धन, मानव जातीके गरिमा, विकास, आर्थिक उन्नतीके लाग योगदान पुगैले रहिट ।

Source: https://pahura.com/2021/08/16416/?fbclid=IwAR1qLHvqqgtXCsAzMzZaW_YzgirAS9zBXbfJhw_OAdkVRu5IJLLK1gvuulw